दुखी मन ही जीवन को टालता है || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2014)
2019-11-23
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वीडियो जानकारी:
संवाद सत्र
१२ सितम्बर, २०१४
एम.आई.टी, मुरादाबाद
प्रसंग:
दुखी मन ही जीवन को टालता है?
मन को नकली चीज क्यों भाती है?
अपने मन को कैसे जाने?
क्या मन पर नियंत्रण किया जा सकता है?
संगीत: मिलिंद दाते